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भेद / केशव
Kavita Kosh से
बच्चे को मुस्कराते देख
मुझे याद हो आया
अपना बचपन
बच्चे को
क्या याद आया
होगा बता सके शायद बच्चा ही
मैं भी बता सकता हूँ
अपने भीतर बैठे
बच्चे से पूछकर।