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मुझे क्या पता था / योगेंद्र कृष्णा
Kavita Kosh से
मुझे क्या पता था
किसी की आंख के आंसू में
उसके जीवन का
संपूर्ण सुख तैर सकता है
मुझे क्या पता था
तुम्हारे अनकहे में ही
तुम्हारा सारा कहा शामिल था
हां मुझे नहीं पता था
तुम्हारी मृत्यु में
तुम्हारे जीवन की
संपूर्ण सत्ता
जीवंत थी