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रंग,आब,मिट्टी / अनुराधा ओस
Kavita Kosh से
कुछ चीजें जीवन को
रंग और आब देतीं हैं
कुछ फूल
कुचले जाने की परवाह नहीं करते
कुछ किताबें
बनाती हैं चमकदार हमें
अनगढ़ मन को
गढ़ती हैं
रंग, आब, मिट्टी
कुछ बातें भरती हैं
सांसों में ऊर्जा
कुछ तस्वीरें साथ रहतीं हैं
हमारी खुशबू बनकर॥