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लीक नहीं यह लीकेज है / देवेन्द्र आर्य

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रासुका से थरथर काँप रहे प्रदेश की
चाल चरित्र चेहरा वाली सरकार में
पिछले सत्रह से परसों इक्कीस तक यह सोलहवाँ लीक है
पेपर लीक का सोलहवाँ सावन

सारे विभाग लीक
पुलिस पावर अधीनस्थ सेवा स्वास्थ्य शिक्षा
टेट नेट नीट सब लीक
कुछ भी ऐसा नहीं जिस पर सरकार चाहे
तो बुलडोज़र न चलवाए गैंगस्टर न लगाए

गैंगस्टर का तो पता नहीं
पर गैंग रेप की सांस्कृतिक धारा ज़रूर अमल में है

परीक्षाएँ रद्द करने
या होने ही न देने का
ऐतिहासिक फ़ार्मूला है पेपर लीक  !

सरकार लैक कर रही है या नहीं यह बाद में तय होगा
मगर यह तय है कि सरकार लीक कर रही है
लीक लीकेज (लीक-एज) कैसे बन सकता है
एयर टाइट मीडिया की वायु प्रतिरोधी व्यवस्था में

लीक जो परम्परा थी हिन्दी में
अँग्रेज़ी में दुष्ट दलन हो गई है

सरकारी हिंसा हिंसा न भवति की तरह सरकारी लीक लीक न भवति
बुर्का पहनकर तिलकधारियों की
मन्दिर में मांस फेंकने की सांस्कृतिक स्टाइल में
सरकारी लीक आउट काण्ड
काण्ड न भवति

लीक होना लैक करने का परिणाम है
और लैक करना लीज पर होना
भाई जी !
सरकार भी कभी कभी लीज पर चलती है

तो इसके पहले कि कोई देशद्रोही कवि से पूछ बैठे
सरकार किसे लीज पर दी गई है
बोलिए बाबा गोरखनाथ की ....... जय !