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वाह-वाह / श्रीप्रसाद
Kavita Kosh से
कोयल तेरी दादी माँ है
मेंढक तेरा भाई
मुरगी तेरी मामी है जो
नहीं अभी तक आई
मोरनी का होगा ब्याह
वाह, वाह, वाह, वाह
हाथी जो हैं छोटे नाना
और शेर हैं काका
भालू पापा हैं, गुस्सा कर
जाने क्यों है ताका
मोरनी का होगा ब्याह
वाह, वाह वाह, वाह
बिल्ली तेरी बड़ी बहन है
चुहिया तेरी माँसी
चुहिया खाती ताजी रेाअी
बिल्ली खाती बासी
मोरनी का होगा ब्याह
वाह, वाह वाह, वाह
कौवा तेरा संगी साथी
फूफी तेरी तोती
तुझे देखती है वह जब भी
मन में वह खुश होती
मोरनी का होगा ब्याह
वाह, वाह वाह, वाह
री कबूतरी, तू भी आना
अपना नाच दिखाना
कोयल कौवा सब आएँगे
तू भी गाना गाना
मोरनी का होगा ब्याह
वाह, वाह वाह, वाह