भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए

Changes

Kavita Kosh से
यहाँ जाएँ: भ्रमण, खोज

वैदिक संध्या / मृदुल कीर्ति

97 bytes removed, 13:45, 21 दिसम्बर 2010
'''ॐ'''
'''निर्वाण षडकम'''
'''श्री आदि शंकराचार्य द्वारा विरचित'''
<span class="upnishad_mantra">
ओ३म्‌ शन्नो देवीरभिष्टयऽआपो भवन्तु पीतये।