भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए

Changes

Kavita Kosh से
यहाँ जाएँ: भ्रमण, खोज

सतीश शुक्ला 'रक़ीब'

154 bytes added, 15:09, 3 जनवरी 2011
{{KKShayar}}
<sort order="asc" class="ul">
* [[होता नहीं है प्यार भी अब प्यार की तरह / सतीश शुक्ला 'रक़ीब']]
* [[अब हमें टाटा का तोहफ़ा, ख़ुशनुमा मिल जाएगा / सतीश शुक्ला 'रक़ीब']]
* [[ख़ामोश रहेंगी पीपल पर, बैठी हुई ये चिड़ियाँ कब तक / सतीश शुक्ला 'रक़ीब']]
384
edits