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नयी कविता जोड़ रहा हूँ
* [[ओ हर सुबह जगाने वाले /गोपालदास "नीरज"]]
* [[अब तुम रूठो, रूठे सब संसार, मुझे परवाह नहीं है / गोपालदास "नीरज"]]
* [[खुशबू सी आ रही है इधर ज़ाफ़रान की / गोपालदास "नीरज"]]
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