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जय जय राजस्थान / राजस्थानी

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|भाषा=राजस्थानी
}}
<poem>
गोरे धोरां री धरती रो
पिचरंग पाणा री धरती रो , पीतल पातल री धरती रो, मीरा करमा री धरती रो
धर कूंचा धर मंजलां
धर मंजलां धर मंजलां
</poem>
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