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यक्ष-प्रश्न / राजेश चड्ढ़ा

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बाहर हूं ,
तो-
तुम्हें दिखाई देता हूं ।
सवाल ये है-
कि आख़िर,
मैं दिखता कैसा हूं ?
</poem>
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