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*[[वो अपनी मुफ़लिसी जब भी छुपाने लगता है / बिरजीस राशिद आरफ़ी]]
*[[तेरे आने की जब ख़बर आई / बिरजीस राशिद आरफ़ी]]
*[[आज मज़लूम से ज़ालिम भी हिमायत सहायता माँगे / बिरजीस राशिद आरफ़ी]]
*[[जो पा चुका है उससे भी बेहतर तलाश कर / बिरजीस राशिद आरफ़ी]]
*[[/ बिरजीस राशिद आरफ़ी]]