भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए

Changes

Kavita Kosh से
यहाँ जाएँ: भ्रमण, खोज
तुलसी तनु सर सुख जलज भुज रूज गज बरजोर।
दलत दयानिधि देखिये कपि केसरी किसोर।234। '''(गोस्वामी जी की बाँह मे रोग हो गया था जो
श्री हनुमान जी की स्तुति से अच्छाा हो गया ।
यह दोहे उसी प्रसंग के कहे जाते हैं।) '''
भुुज तरू कोटर रोग अहि बरबस कियो प्रवेस।
Mover, Reupload, Uploader
7,916
edits