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Kavita Kosh से
मैंने "सुदूर संवेदन" में बरकतउल्लाह वि.वि से एम. टेक की उपाधि ली है साथ ही साथ भू-विज्ञान में स्नात्कोत्तर हूँ।
मैंने "पर्यावरण प्रबंधन एवं सतत विकास" में पी. जी. डिप्लोमा तथा मानव संसाधन में डिप्लोमा किया है।
विद्यालय के दिनों में एक अनियतकालीन-अव्यावसायिक पत्रिका "प्रतिध्वनि" का संपादन किया। ईप्टा से जुड कर मेरी नाटक के क्षेत्र में रुचि बढी और नाटक लेखन व निर्देशन स्नातक काल से ही मेरी अभिरुचि व जीवन का हिस्सा बने। मेरे निर्देशित चर्चित नाटकों में "किसके हाँथ लगाम", खबरदार-एक दिन", "और सुबह हो गयी", "अश्वत्थामाओं के युग में" आदि प्रमुख हैं; जो मेरी कृति भी हैं।