भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए
Changes
Kavita Kosh से
{{KKRachna
|रचनाकार=रामानुज त्रिपाठी
}}{{Template:KKAnthologyDiwali}}
छत मुंडेर घर आँगन<br />
ज्योति जगमगाई,<br />