भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए

Changes

Kavita Kosh से
यहाँ जाएँ: भ्रमण, खोज
नया पृष्ठ: '''एक छोटी कविता''' एक ज्योतित कविता जो न जाने कितने अंधेरों से गुजर …
'''एक छोटी कविता'''

एक ज्योतित कविता

जो न जाने कितने अंधेरों से गुजर कर

लिखी गयी है



एक हंसमुख कविता

जिसके वक्ष में न जाने कितनी

उदासियाँ हैं



एक छोटी कविता

जिसकी मितभाषिता में मुखर है

जिन्दगी की बड़ाई |



ज्ञानेन्द्रपति
2
edits