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मेरे लिए वही दरवाज़ा बन्द है यारो |
ग़ज़लसराई थी जिसके लिए बगैर उसके
गुलों का ख़न्दा ए लब ज़हरख़न्द ज़हर ख़न्द है यारो |
मुझे ख़बर है कि अपनी ख़बर नहीं मुझ को
मेरे सिवा भी कोई होशमन्द है यारो |