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* [[दौलत का चंद रोज़ में यूं जादू चल गया / सतीश शुक्ला 'रक़ीब']]
* [[दिलों पर वार करने वालों को क़ातिल समझ लेना / सतीश शुक्ला 'रक़ीब']]
* [[ज़र है जन्नत, ज़र न दोज़ख, हाए हम आए कहाँ / सतीश शुक्ला 'रक़ीब']]