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(उत्तरकाण्ड समाप्त)
'''(कुछ प्रतियों में 177 छंद ही मिलते हैं ।
काशी -नागरी -प्रचारिणी -सभा की प्रति में
183 छंद हैं । अतः 183 छंद रखे गये हैं।) इति(कवितावली समाप्त)'''
'''इति
(कवितावली समाप्त)'''
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