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पत्थर / उमेश चौहान

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पत्थर पर लकीरें खींचने का
भले ही उनसे वे
न बना पाएँ कोई /अर्थपूर्ण आकृति तथा बैठे रहेें रहें बस पत्थर पर एक बेतरतीब सी खुरचन छोड़कर।छोड़कर ।
कुछ लोगों को नहीं भाती
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