भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए
Changes
Kavita Kosh से
नया पृष्ठ: {{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार=राजूरंजन प्रसाद |संग्रह= }} <poem> मेरी कविताओं में अ…
{{KKGlobal}}
{{KKRachna
|रचनाकार=राजूरंजन प्रसाद
|संग्रह= }}
<poem>
मेरी कविताओं में अक्सर
पत्नी होती है
या होती है अनाम प्रेमिका
माँ नहीं होती केवल
कैसे कहूं--
चाहता हूं जब भी
शुरू करना तुमसे
कविता दरक जाती है!
(7.6.97)
</poem>
{{KKRachna
|रचनाकार=राजूरंजन प्रसाद
|संग्रह= }}
<poem>
मेरी कविताओं में अक्सर
पत्नी होती है
या होती है अनाम प्रेमिका
माँ नहीं होती केवल
कैसे कहूं--
चाहता हूं जब भी
शुरू करना तुमसे
कविता दरक जाती है!
(7.6.97)
</poem>