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* [[वो सुकूँ है जबसे निकला हूँ उमस भरे मकाँ से / मयंक अवस्थी ]]
* [[तेरे बयान का सच क्या है जान जाते हैं / मयंक अवस्थी ]]
* [[छुप के ख़ैरात भी लेता हूँ फ़क़ीरों की तरह / मयंक अवस्थी ]]
* [[मेरी हस्ती मेरे दुश्मन की भी जागीर हुई / मयंक अवस्थी ]]
* [[मैं उसका जिस्म तसव्वुर में यूँ बनाता था / मयंक अवस्थी ]]
* [[शबरंग हो गया हूँ मैं सूरज के करम से / मयंक अवस्थी ]]
* [[बरसों की परस्तिश का असर दिल में कहीं है / मयंक अवस्थी ]]
* [[पपीहा बन के रुत सावन की वो मुझ में जगाता था / मयंक अवस्थी ]]
* [[दिलों के रब्त पे शिद्दत से वार करता हूँ / मयंक अवस्थी ]]
* [[वो थोड़ा है मगर काफ़ी ज़ियादा बन के रहता है / मयंक अवस्थी ]]
* [[ पूनम का चाँद एक समर रौ शनी का था / मयंक अवस्थी ]]
* [[तेरी हया से वफ़ा की उड़ान हूँ कि नहीं / मयंक अवस्थी ]]
* [[परों की फ़डफ़ड़ाहट क्यों फ़लक से जुड़ नहीं पाई / मयंक अवस्थी ]]
* [[ जब भी राहों में मिरी धूप कड़ी रहती है / मयंक अवस्थी ]]
* [[वो जिनका इब्तिदा से जहिरो –बातिन रहा हूँ मैं / मयंक अवस्थी ]]
* [[अब वास्ता नहीं है कोई दूर-दूर का / मयंक अवस्थी ]]
* [[कदम शौहर का कब बीवी की ज़द के पार जाता है / मयंक अवस्थी ]]
* [[ गुमाँ पर कर यकीं मैं खुद को मतवाला बनाता हूँ / मयंक अवस्थी ]]
* [[तमन्नाओं को जैसे क़ुव्वते -परवाज़ देती है / मयंक अवस्थी ]]
* [[ इसी ख़ातिर तो उसकी आरती हमने उतारी है / मयंक अवस्थी ]]
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