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*[[मुहब्बत का कभी इज़हार करना ही नहीं आया / राजीव भरोल 'राज़']]
*[[कहाँ तिशनगी के नजारें मिलेंगे / राजीव भरोल]]
*[[मेरी हिम्मत के पौधे को वो आकर सींच जाती है / राजीव भरोल]]