भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए
Changes
Kavita Kosh से
एक नहीं नेवत्यो बीरन भईया जेन्से बैर भये<br>
सास भेटै आपन भईया नन्दा बीरन भईया अरे बाजरा कै<br>
अरे अरे करा भवरवा करिया तोहरी जतिया<br>
भौरा फिरसे नेवत्य दै आओ बीरन मोरे आवें<br>