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Kavita Kosh से
मुझ को मुझ से जुदा कर के जो छुपा है मुझ में|
मेरा ये हाल उभरती हुई ?????? तमन्ना जैसे,
वो बड़ी देर से कुछ ढूंढ रहा है मुझ में|