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तुमसे प्रेम करते हुए
तुम्हारी सुन्दरता के समान
सुन्दर दुनिया चाहता हंू हूं मैं
चाहता हूं मैं
भोली, नेक, अच्छी, छल रहित,
जिसके कदम
डगमगाये मत कभी
विचारों और संघर्षाें संघर्षो की
जमीन पर चलते हुए !
</Poem>
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