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|रचनाकार=अभिज्ञात
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|भाषा=हिन्दी
|विषय= कविताएँ
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|पृष्ठ=200
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* [[क्यों लगते हो अच्छे केदारनाथ सिंह? / अभिज्ञात]]
* [[एक अदहन हमारे अन्दर (कविता) / अभिज्ञात]]