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Kavita Kosh से
पर प्रतिमा—अरे, वह तो
जैसे आप को रुचि आप स्वयं गढ़े !
'''नयी दिल्ली (वाक् कार्यालय, सुन्दर नगर), 3 सितम्बर, 1958'''
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