भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए

Changes

Kavita Kosh से
यहाँ जाएँ: भ्रमण, खोज

चिड़िया ने ही कहा / अज्ञेय

132 bytes added, 06:44, 9 अगस्त 2012
{{KKRachna
|रचनाकार=अज्ञेय
|संग्रह=अरी ओ करुणा प्रभामय / अज्ञेय; आँगन के पार द्वार / अज्ञेय
}}
{{KKCatKavita}}
सभी सर्जन केवल
आँचल पसार कर लेना ।
 
'''देहरादून, 18 अगस्त, 1959'''
</poem>
Delete, KKSahayogi, Mover, Protect, Reupload, Uploader
19,164
edits