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रामजी
,* [[काँच की उतारै चुरी कंचन की धारै प्रेम / रामजी]]
* [[सूम पतिनी सो कहै सुन सपने की बात / रामजी]]
* [[उमडि घुमडि घन छोरत अखंड धार / रामजी]]