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लौटूंगी मैं / गुलज़ार

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हो जानिया
जब डूबेगा दिन
दिया जलना जलाना तुम
आवाज़ दे के फिर
मुझको बुलाना तुम
वीरान पेड़ों के
साए जब चलते हैं
मासूम राहों रूहों को
अँधेरे डसते हैं
डरती हूँ मैं तेरे लिए
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