भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए
Changes
Kavita Kosh से
|रचनाकार=राहत इन्दौरी
}}
<poem>
ढलने लगी है रात कोई बात कीजिये
बढ़ने लगी है बात कोई बात कीजिये
बढ़ने लगी है बात कोई बात कीजिये
</poem>
यह गीत राहत इन्दौरी ने फ़िल्म 'इन्तहा' (2003) के लिए लिखा था ।