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Kavita Kosh से
खबर सुनाई जिसने कवि-अध्यापक वह<br>
इलाहाबाद-अवध में चर्चा है व्यापक कह<br>
मौन हुआ, मैं रहा देखता उसका मुंह<br>
रात बहुत थी काली, जम्हाता अंगुली<br>