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दो बाहों से दूरस्थ तीर <br>
धारा का कृश कोमल शरीर<br>
आलिंगन करने को अधीर!v<br>
अति दूर, क्षितिज पर <br>
विटप-माल लगती भ्रू-रेखा अराल,<br>