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मौसम तो यह भाईचारा देख दंग रह गया
चिड़ियों की चोंचों से छूट गए गाने
काँपे गुफ़ा-घाटी , बदले पैमाने
बिना रटे सबक बच्चे हो गए सयाने ।
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