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कल और आएंगे नग़मों की खिलती कलियाँ चुनने वाले,
तुम mujh से बेहतर कहने वाले, तुम से बेहतर सुनने वाले ।
कल कोई मुझ को याद करे, क्यों कोई मुझ को याद करे
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