भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए

Changes

Kavita Kosh से
यहाँ जाएँ: भ्रमण, खोज

मथुरा के लोगवा / भोजपुरी

18 bytes added, 09:22, 21 सितम्बर 2013
|रचनाकार=अज्ञात
}}
{{KKCatBhojpuriRachna}}
{{KKLokGeetBhaashaSoochi
|भाषा=भोजपुरी
}}
<poem>आवत है नन्दलाल के हाथी, तूरत डार मीरोरत छाती,<br>ए नन्दलाल धका जनि दीहऽ धुक्की जनि दीहऽ।<br>मथुराजी के लोगवा बड़ा रगरी, फेरत है सिर के गगरी,<br>भींजत है लहँगा चुनरी, बान्हत है टेढ़का पगरी।<br><br/poem>
Delete, Mover, Protect, Reupload, Uploader, प्रबंधक
35,131
edits