भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए
Changes
Kavita Kosh से
/* ग़ज़लें */
{{KKShayar}}
====ग़ज़लें====
* [[ बीनाओं को पलकों से हटाने की पड़ी है / शहाब सफ़दर]]* [[मिस्मार हूँ कि ख़ुद को उठाने लगा था मैं / शहाब सफ़दर]]* [[मौत टलती है तो दिल दुखता है / शहाब सफ़दर]]