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KKLokRachna
|रचनाकार
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'''बन्नी –गीत( माँ की सीख -हास –परिहस) <br><br>
आर्यों का प्रण निभाइयो मेरी लाड्डो<br>
जो तेरा देवरा मन्दी ऐ बोल्लै<br>
आर्यों का प्रण निभाइयो मेरी लाड्डो<br>
आर्यों का प्रण निभाइयो मेरी लाड्डो<br>