भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए

Changes

Kavita Kosh से
यहाँ जाएँ: भ्रमण, खोज
|रचनाकार=जाँ निसार अख़्तर
}}
[[Category:गज़ल]]{{KKCatGhazal}}<poem>तमाम उम्र अज़ाबों का सिलसिला तो रहा ये कम नहीं हमें जीने का हौसला तो रहा
तमाम उम्र अज़ाबों का सिलसिला तो रहा <br>गुज़र ही आये किसी तरह तेरे दीवाने ये कम नहीं हमें जीने का हौसला क़दम क़ादम पे कोई सख़्त मरहला तो रहा <br><br>
गुज़र चलो न इश्क़ ही आये किसी तरह तेरे दीवाने <br>जीता न अक़्ल हार सकी क़दम क़ादम पे कोई सख़्त मरहला तमाम वक़्त मज़े का मुक़ाबला तो रहा <br><br>
चलो मैं तेरी ज़ात में गुम हो सका इश्क़ ही जीता न अक़्ल हार सकी <br>तू मुझ में तमाम वक़्त मज़े का मुक़ाबला बहुत क़रीब थे हम फिर भी फ़ासला तो रहा <br><br>
मैं तेरी ज़ात में गुम हो सका न तू मुझ में <br>ये और बात कि हर छेड़ लाउबाली थी बहुत क़रीब थे हम फिर भी फ़ासला तेरी नज़र का दिलों से मुआमला तो रहा <br><br>
ये और बात कि हर छेड़ लाउबाली थी <br>तेरी नज़र का दिलों से मुआमला तो रहा <br><br> बहुत हसीं सही वज़ए-एहतियात तेरी <br>मेरी हवस को तेरे प्यार से गिला तो रहा <br><br/poem>
Delete, Mover, Protect, Reupload, Uploader, प्रबंधक
35,137
edits