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{{KKShayar}}
* [[अभी आखें खुली हैं और क्या क्या / 'ज़फ़र' इक़बाल]]
* [[बस एक बार किसी ने गले लगाया था / 'ज़फ़र' इक़बाल]]
* [[उसी से आए हैं आशोब आसमाँ वाले / 'ज़फ़र' इक़बाल]]
* [[यहाँ किसी को भी कुछ हस्ब-ए-आरज़ू न मिला / 'ज़फ़र' इक़बाल]]