भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए
Changes
Kavita Kosh से
/* ग़ज़लें */
{{KKShayar}}
====ग़ज़लें====
* [[इस तग-ओ-दौ ने आख़िरश मुझ को निढाल कर दिया / राशिद जमाल]]
* [[ख़मोश झील में गिर्दाब देख लेते हैं / राशिद जमाल]]