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Kavita Kosh से
यह अकेलापन, यह अकुलाहट,<br>
यह असमंजस, अचकचाहट,<br>
:::आर्त अनुभव,<br>यह खोज, यह द्वैत, यह असहाय<br>
:::विरह व्यथा,<br>
यह अन्धकार में जाग कर सहसा पहचानना <br>
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