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*[[श्रेष्ठ कवि-बानी रहल / सूर्यदेव पाठक 'पराग']]
*[[चाँदनी के जोत चारो ओर बा / सूर्यदेव पाठक 'पराग']]
*[[जवानी जोष जोश के आगार होला / सूर्यदेव पाठक 'पराग']] *[[कहाँ ना खुषी खुशी बा, कहाँ ना जलन बा / सूर्यदेव पाठक 'पराग']]
*[[नेक आचरन मनुष्य के दफन भइल / सूर्यदेव पाठक 'पराग']]
*[[उगल बाड़े चनरमा नीक घर लागे / सूर्यदेव पाठक 'पराग']]
*[[व्यवहार आदमी के कतना बदल रहल बा / सूर्यदेव पाठक 'पराग']]
*[[आदमी के बन सकत बा काम से पहचान / सूर्यदेव पाठक 'पराग']]
*[[कहीं रोजे जषन जशन मिल के मनावल जा रहल बा / सूर्यदेव पाठक 'पराग']]
*[[एक दिन ना एक दिन अइबे करी कबहूँ बहार / सूर्यदेव पाठक 'पराग']]
*[[दुख के नाम-निषान निशान रहे मत खुषियाली खुशियाली हर ओर / सूर्यदेव पाठक 'पराग']]
*[[जबले आँख खुली ना, कइसे समझी भोर भइल बा / सूर्यदेव पाठक 'पराग']]
*[[भँवर के बीच आपन नाव खेवत जा रहल बानी / सूर्यदेव पाठक 'पराग']]