भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए

Changes

Kavita Kosh से
यहाँ जाएँ: भ्रमण, खोज

सुभाष काक / परिचय

16 bytes added, 17:45, 15 जनवरी 2008
/* विज्ञान की सीमाएं */
==विज्ञान की सीमाएं==
विज्ञान में इनका योगदान भौतिक शास्त्र और संगणन शास्त्र पर हुआ है। उन्होंने कृत्रिम बुद्धि प्रज्ञा ([[:en:Artificial Intelligence]]) की सीमा पर शोध किया है और वह इस निष्कर्ष पर पहुंचे हैं कि संगणक बुद्धि प्रज्ञा कभी भी नहीं मानव बुद्धि की सीमा प्रज्ञा के स्तर पर नहीं पहुंच सकती है। <ref>सु. काक, [http://arxiv.org/abs/cs.AI/0601052 मानव और कृत्रिम बुद्धि], ACM Ubiquity, 2005</ref> उनके अनुसार भौतिक सिद्धान्तों का एकीकरण - जो पिछले कुछ दशकों में विज्ञान का प्रमुख लक्ष्य रहा है - असफल रहेगा। पार्थव और आध्यात्मिक में निरन्तर द्वन्द्व बना रहेगा।
आजकल वह अपने यमल परोक्षक के समाधान के कारण समाचार पत्रों में बहुत चर्चित रहे हैं।<ref>[http://www.physorg.com/news90697187.html फिज़-ओर्ग]</ref>
Delete, Mover, Protect, Reupload, Uploader
53,733
edits