भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए

Changes

Kavita Kosh से
यहाँ जाएँ: भ्रमण, खोज
}}
[[Category:लम्बी कविता]]
::3<br>{{KKPageNavigation|पीछे=अंधेरे में / भाग 2 / गजानन माधव मुक्तिबोध|आगे=अंधेरे में / भाग 4 / गजानन माधव मुक्तिबोध|सारणी=अंधेरे में / गजानन माधव मुक्तिबोध}} 
समझ न पाया कि चल रहा स्वप्न या<br>
:::::जाग्रति शुरू है।<br>
Anonymous user