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हिज्जे
हमारे समय का महान कवि।<br><br>
चीजों चीज़ों के बारे में उसकी अपनी<br>
धारणाएँ हैं, मसलन गाँव<br>
उसे बहुत प्यारे लगते हैं जब<br>
वह तथ्यों को उनके<br>
सुन्दरतम सुंदरतम रूप में पेश कर सकता है<br>सुन्दरतम सुंदरतम ढंग से पेश करने की लत के कारण<br>
कभी-कभी तथ्यों को ही<br>
निगल जाता है महान कवि<br><br>
धूप में रेत की तरह चमकती हैं उसकी कविताएँ।<br><br>
जिन्दगी ज़िंदगी के तमाम दाँव-पेंचों के बावजूद<br>
कविताएँ लिखता है<br>
हम अपने को अधम महसूस करने लगें<br>
पुल उसे बहुत प्यारे लगते हैं<br>
सत्ता के गलियारों को<br>
फलाँगने फलांगने के लिए<br>
जनता की छाती पर ‘ओवरब्रिज’ बनाता है महान कवि।<br><br>
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