भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए
Changes
Kavita Kosh से
* [[लिकड़ चले थे जहान म्ह सब मालक टुकड़ा देगा / मेहर सिंह]]
* [[रोटी लता चालज्या इसा काम ले ले नै / मेहर सिंह]]
* [[हेरी भागवान तेरे साथ मै म्हारा कट ज्यागा बख्त आराम तै / मेहर सिंह]]
* [[पत्ते ले कै चल्या राव जिब शहर लिया मर पड़कै / मेहर सिंह]]