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Kavita Kosh से
|रचनाकार=अज्ञात
}}
{{KKLokGeetBhaashaSoochiKKCatRajasthaniRachna}}|भाषा=राजस्थानी<poem>}}म्हारी सवा लाख री लूम
गम गयी इण्डूणी
औ इण्डूणी रे कारणे
म्हारी सासू ताना देय
गम गयी इण्डूाणी
ओ इण्डूणी रे कारणे
म्हारो ससुरा रूसो जाय
गम गयी इण्डूणी
ओ इण्डूणी रे कारणे
गयी नणद कुंआ में कूद
गम गयी इण्डूणी
ओ इण्डूणी रे कारणे
म्हारो देवर लड़े लड़ाई
गम गयी इण्डूणी
ओ इण्डूणी रे कारणे
म्हारी जेठाणी बोले बोल
गम गयी इण्डूणी
</poem>