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मोहन मोहनी / बिन्दु जी

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* [[श्यामसुंदर अब तो हम आशिक तुम्हारे बन गए / बिन्दु जी]]
* [[ध्यान घनश्याम का दीवाना बना देता है / बिन्दु जी]]
* [[समझो न यह कि आँखें आँसू भा बहा रही हैं / बिन्दु जी]]
* [[जो उस साँवले को सदा ढूंढता है / बिन्दु जी]]
* [[गजब का दावा है पापियों का अजीब जिद पर सम्हल रहे हैं / बिन्दु जी]]
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