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Kavita Kosh से
तुम हो
एक अच्छे इंसान
डिब्बे में बन्द रखो
अपनी कविताएँ
मुश्किल है थोड़ा
अच्छा कवि बन पाना
कुछ तिकड़म
चमचागिरी थोड़ी और
अच्छा पी. आर.